Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 22 जुलाई को उत्तर प्रदेश में हुए रिकॉर्ड 30.21 करोड़ पौधरोपण अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में तारीफ की। उन्होंने इस अभियान की चर्चा करते हुए इसे जनभागीदारी और जनजागरण का बड़ा उदाहरण बताया।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 22 जुलाई को उत्तर प्रदेश में हुए रिकॉर्ड 30.21 करोड़ पौधरोपण अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में तारीफ की। उन्होंने इस अभियान की चर्चा करते हुए इसे जनभागीदारी और जनजागरण का बड़ा उदाहरण बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर प्रधानमंत्री के 'मन की बात' को सुना।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक दिन में 30 करोड़ पेड़ लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया है। इस अभियान की शुरुआत राज्य सरकार ने की और उसे वहां के लोगों ने पूरा किया। हम सभी को पेड़ लगाने और पानी बचाने के प्रयासों का हिस्सा बनना चाहिए। प्रधानमंत्री की ओर से पौधरोपण अभियान की प्रशंसा किए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने आभार प्रकट किया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यहां पौधरोपण 'जन-आंदोलन' का रूप ले चुका है। हम सभी हरित उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं। उसी क्रम में 77वें स्वतंत्रता दिवस पर भी 05 करोड़ पौधरोपण के लिए संकल्पित हैं।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने बीते 06 साल में उत्तर प्रदेश में 136 करोड़ पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बड़ी लकीर खींच दी है। सरकार अगले पांच साल में 175 करोड़ पौधे रोपने के मिशन में जुटी हुई है। इस वर्ष भी सरकार का लक्ष्य 35 करोड़ पौधे रोपने का है। इसमें से 30.21 करोड़ पौधे 22 जुलाई को रोपे गये हैं। वहीं 15 अगस्त को 05 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। खास बात ये है कि प्रदेश के सबसे शुष्क क्षेत्र बुंदेलखंड के सात जिलों में तकरीबन पांच करोड़ पौधे रोपे गये हैं।
प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में लोगों में बढ़े तीर्थाटन के भाव को भी सराहा। उन्होंने विशेष रूप से अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का उल्लेख करते हुए कहा कि आज काशी में एक साल में 10 करोड़ लोग काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आ रहे हैं। इसके अलावा मथुरा, अयोध्या में भी तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ी है। इससे लाखों गरीब लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हुए हैं।